Friday 29 July 2016

बीन्स की सब्जी

बीन्स हर मौसम में बहुत ही आसानी से मिल जाती है।  बीन्स में प्रोटीन प्रचुर  मात्रा में पाया जाता है और यह विटामिन A, C, K , B6, and folic acid से भरपूर होता है।  इतना ही नही यह आँख  और त्वचा के लिए भी बहुत उपयोगी होता है और साथ में यह मिनरल का भी खूब अच्छा source है जैसे calcium, silicon, iron, manganese, potassium, and copper.  यह डायबिटीज को भी कन्ट्रोल करता है इसमे फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। 



USDA National Nutrient Database  के अनुसार  100 grams fresh green beans  में  31 grams calories होती है। सबसे अच्छी बात यह है की इसमे Fat or Cholesterol बिलकुल भी नही होता है और 7 grams of carbohydrate, 3 grams of fiber, 3 grams of sugar and 2 grams of protein मिलता है। 

Ingredients

बीन्स : 250 ग्राम
तेल : 4-5 tsp
हींग : a pinch  
जीरा  : 1/2 tsp
हल्दी पाउडर : 1/2 tsp
धनियां पाउडर : 1 tsp
नमक  : according to taste
हरी मिर्च :  3 - 4
अदरक - 1 इंच लम्बा टुकड़ा
टमाटर  : 1 medium size
प्याज : 2 medium size
लहसुन : 5-6  pieces

बनाने की विधि :

बीन्स को अच्छी तरह  पानी से धो लें और बीन्स के आगे और पीछे के हिस्से  को काट लें और बीच के हिस्से को छोटा - छोटा या फिर अपने पसंद के अनुसार आकार में काट लें। 



अब एक कड़ाही लें और उसमे सरसों का तेल डालें जब तेल गर्म हो जाये तब उसमे चुटकी भर हींग डालें और फिर जीरा डालें।  

जब जीरा सुनहरा भूरा  होने लगे तब उसमे बारीक़ कटा हुआ प्याज डालें और थोड़ी देर बाद कुटा हुआ लहसुन डालें और सुनहरा भूरा होने तक भुने

अब इसमे कटा हुआ टमाटर भी डालें जब टमाटर गलने लगे तब इसमे बारीक़ - बारीक़ कटी हरी मिर्च डालें और हल्दी , नमक , धनिया पाउडर , कद्दू कस करा हुआ अदरक डालें और अब इन सामग्री को 3-4  मिनट तक भुने



और अब इसमे कटी हुई  बीन्स को डालें। करछी  की  सहायता से सारी सामग्री को मिलाये और गैस को धीमी आंच पर रख दे।

जब बीन्स हाथ से दबाने पर टूटने लगे तब गैस बंद कर दें 


गरमा गर्म सब्जी को कटोरी में परोसें और रोटी या चावल के साथ खाएं।

Benefits of Beans

हरी बीन्स बहुत सी बीमारी में लाभप्रद होती है और साथ में बीमारी को बढ़ने से रोकती है जैसे Cancer, Depression, Bone Health , Diabetes , Immune System , Eye Health , Gastrointestinal Issues , Pre-Natal Health , Prevents infections , Maintains cell and body fluid , Controls cardiovascular diseases and blood pressure  की समस्या से दूर करती है। 


Wednesday 27 July 2016

arbi ke patte

भारत के कई हिस्सो में अरबी के पत्ते भिन्न भिन्न प्रकार से बना कर खाए जाते है और खूब पसंद भी किए जाते है। अरबी के पत्ते बारिश के मौसम में आसानी से मिल जाते है और मार्किट में तो ये हमेशा ही उपलब्ध होते है। पूर्वोत्तर भारत में अरबी के पत्ते दो तरह के होते है  सफ़ेद और काले पत्ते दोनों पत्ते देखने में एक जैसे ही होते है पर सफ़ेद पत्ता हल्का हरा होता है और कला पत्ता गहरे रंग का हरा होता है।  अरबी के पकोड़े हर उम्र के लोगों को बहुत पसंद आते है इसे बच्चे भी बहुत चाव से खाते है बहुत से लोगों को तो इसकी सब्जी भी बहुत पसंद आती है   अरबी के पकोड़े को कई प्रकार से बनाया जाता है जैसे की पत्तों को काट कर तवे पर पकाना और कड़ाई में तेल डाल कर फ्राई करना , लपेट कर इनमे से एक विधि नीचे बताई गई है। 




अरबी के पत्ते ( रिकोच )

सामग्री :

अरबी के पत्ते:  250 gm (15 se 20)
प्याज : 5-6
लहसुन :  one knots (लहसुन एक गांठ)
लाल मिर्च : 5-6
अमचूर : 2 tsp
नमक : according to taste
हल्दी : 1/2 tsp
सरसों का तेल 7-8 tsp
चावल का आटा : one small bowl
गरम मसाला : 1 tsp
बेसन : two small bowl
अदरक : little bit
मेथी के दाने : 1/2 tsp


Method of preparation:

1.   अरबी के पत्ते को अच्छी तरह से धो लें और इसे एक तरफ रखें। 
2.   प्याज , लहसुन , अदरक , लालमिर्च को बारीक़ पीस लें।
3.   बेसन और चावल के आटे का एक गाड़ा सा पेस्ट बना लें।  इसमे प्याज , लहसुन , अदरक , लालमिर्च का पेस्ट मिला दें।
4.   अब इस पेस्ट में हल्दी , नमक , आमचूर , गरम मसाला डालें और अच्छी तरह से मिला लें।  चमच्च की सहायता से इस पेस्ट को 5 मिनट तक मिलाते रहें।

बनाने की विधि :



1.   अब अरबी के एक पत्ते को उल्टा करके किचन की स्लैब पर या थाली को उल्टा करके रखें और उस पर बेसन का बनाया हुआ पेस्ट लगाए और जब अरबी के पत्ते पर चारो तरफ से बेसन का पेस्ट लग जाये तब उस पत्ते के ऊपर के पत्ता और रखें और फिर से उस पर बेसन का पेस्ट अच्छी तरह से लगाएं ऐसा तब तक करें जब तक की वह एक मोटा सा रोल बन जाएँ।  12 से 15 पत्ते को इसी तरह से बेसन का पेस्ट लगाते रहें।


2.   अब इन पत्तों को दोनों साइड से थोड़ा - थोड़ा मोड़ लें और अब इससे एक रोल बना लें अगर रोल मोटा हो जाये तो उसे बीच में से काट लें।


3.   बाकी पत्तों को भी ऐसे ही बेसन का पेस्ट लगा कर रोल बना लें।




4.   अब एक प्रेसर कूकर लें और उसमें सरसों का तेल डालें जब तेल गर्म हो जाये तब उसमें मेथी के दाने डालें और ब्राउन होने तक भुने या जब तेल में से खुशबु आने लगे तब इसमें अरबी के पत्ते का रोल रख दें।  अगर आपके पास 3 लीटर का प्रेसर कूकर है तो उसमे दो ही रोल रखें।  और 5 लीटर का प्रेसर कूकर है तोसे 4 रोल रख सकते है।





5.   अरबी के पत्ते का रोल रखने के बाद कूकर में 1 कप पानी डाल कर प्रेसर कूकर बंद कर दें और 4 से 5 सीटी लगा दें।  (पहचान के लिए : प्रेसर कूकर की सीटी आते वक़्त उसमे से जो भाप निकलती है उसमे खुशबू आने लगेगी ) अब गैस को बंद कर दें।



6.   इसे कड़ाही में भी बनाया जा सकता है आप कूकर की जगह कड़ाही का इस्तेमाल कर सकते हैं।  बनाने की विधि कूकर की तरह ही होगी पर पहचान के लिए की यह पका है या नही रोल का रंग चेंज हो जायेगा और चमच्च को रोल पर रख कर दबाने से आसानी से दब जाने पर समझें की रोल पक गया है। 

7.   अब रोल को ठंडा होने दे और अब इसे 2 इंच की दुरी पर काट लें





8.   तवे को गर्म करें और उसमे सरसों का तेल डालें अब कटे हुए रोल को इसमे रखे और दोनों तरफ से ब्राउन होने तक पलटाते रहें।

9.   अब अरबी के पकोड़े तैयार है इसे आप गर्म या ठंडा खा सकते है।